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मध्य प्रदेश

चुनावी बिसात : अपने ही जाल में फंसी दिखाई दे रही भाजपा

भोपाल। बीजेपी पहली सूची जारी कर कांग्रेस को शॉक देना चाहती थी लेकिन खुद ही झटका खा गई। उसके बाद टिकट वाली सीटों पर जो बवाल हुआ है, वह छुपाए नहीं छुप रहा है। ऐसी सीटें ना के बराबर हैं, जहां खुशी खुशी नाम कबूल कर लिया गया हो या फिर कम से कम विरोध में बात बन गई हो। लेकिन बीजेपी अपने फैसले पर अडिग ही रहने वाली है. बल्कि एक और लिस्ट जल्दी जारी करने की तैयारी में भी है। सूत्रों की मानें तो इस लिस्ट में भी कई चौंकाने वाले नाम सामने आने वाले हैं। पूरा फोकस एससी एसटी सीट और प्रत्याशियों पर हो सकता है। बीजेपी की इस जल्दबाजी से उलट कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम घोषित करने के लिए स्क्रीन कमेटी की बैठक में ही उलझी हुई है। सवाल ये है कि बीजेपी की खरगोश चाल के बीच कांग्रेस ने आखिर कछुआ चाल क्यों चुनी है…?

दूसरी लिस्ट में बीजेपी की नजर कांग्रेस की सीटों पर होगी। बीजेपी उन एससी एसटी सीटों पर नाम घोषित कर सकती है, जहां कांग्रेस के एससी एसटी विधायक हैं। इन सीटों पर कुछ अप्रत्याशित चेहरे नजर आएं तो चौंकिएगा नहीं क्योंकि यहां जीत की खातिर बीजेपी पुराने नेताओं को दरकिनार करने पर भी अमादा है। कोई हेलिकॉप्टर कैंडिडेट या सीट का कोई जमीनी नेता यहां से टिकट हासिल कर सकता है। जीत की शर्त पर बीजेपी पुराने कार्यकर्ताओं की नाराजगी मोल लेने के लिए तैयार है। अपने फैसलों से चौंकाना बीजेपी की आदत रही है। पहली लिस्ट में इस आदत की झलक नजर आ चुकी है। दावा है कि दूसरी लिस्ट में ये आदत हावी दिख सकती है। फिलहाल हवाला सर्वे का देकर टिकट बांटे जा रहे हैं लेकिन जिस तरह से हर फैसले पर विरोध खुलकर नजर आ रहा है। उसे देखकर लगता है कि कहीं कार्यकर्ता भी अपनी नाराजगी से आलाकमान को चौंकने पर मजबूर न कर दे। पहली सीट पर उठ रही विरोध की आवाजों के बाद हो सकता है कि बीजेपी दूसरी लिस्ट पर फिर गौर करे और उसके बाद ऐलान करे क्योंकि, कार्यकर्ता के गुस्से का खामियाजा क्या हो सकता है ये बीजेपी खूब जानती है।