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मध्य प्रदेश

तस्वीर बदल गई… 100 करोड़ की वक्फ जायदाद पर कब्जे का प्यास विफल, अब क्रेडिट बटोरने की होड़

खान आशु

भोपाल। प्रदेश की कमर्शियल कैपिटल इंदौर के पॉश इलाके में करीब 100 करोड़ रूपए की वक्फ जायदाद पर कब्जे की कोशिश शहर की सजगता ने विफल कर दी। शनिवार को जिस जमीन पर तेजी से बाउंड्री वॉल बनाने का काम चल रहा था, रविवार वहां सरकारी बुलडोजर ने अतिक्रमणकारियों के हौंसले ढहा दिए। अब वक्फ जिम्मेदार इस मामले में खुद की भूमिका न होने की सफाई देते हुए निर्माण कार्य रुकवाने का क्रेडिट लेते नजर आ रहे हैं। वहीं इस पूरे मामले का पटाक्षेप करने का श्रेय लेने में एआईएमआईएम की स्थानीय कमेटी भी आगे दिखाई दे रही है।

जिला वक्फ कमेटी अध्यक्ष रेहान शेख ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर स्पष्टीकरण दिया है कि वे शनिवार को शहर से बाहर थे, इसलिए मौके पर नहीं पहुंच पाए। उन्होंने इस वीडियो में कहा कि शहर से लगातार यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि अतिक्रमण की इस पूरी प्रक्रिया में जिला वक्फ कमेटी ने सहयोग दिया है और मप्र वक्फ बोर्ड के ओहदेदारों का प्रश्रय भी अतिक्रमणकारियों को है। रेहान ने दावा किया है कि उनके प्रयासों से ही अवैध कब्जे की कार्यवाही रुक पाई है। इसके विपरित एआईएमआईएम की मप्र टीम के कोर मेंबर मोहम्मद असलम ने भी सोशल मीडिया पर ताजा स्थिति का विडियो और लसूडिया थाने में की गई शिकायत जा पत्र जारी करते हुए
दावा किया है कि इस अवैध अतिक्रमण को रोकने में उनकी टीम की भूमिका है।

क्या हुआ था

मामला इंदौर के पॉश इलाके एमआर 10 पर स्थित एक वक्फ प्रॉपर्टी से जुड़ा है। स्टार चौराहा के करीब स्थित कोकिला बैन हॉस्पिटल के सामने और एडवांस एकेडमी के करीब स्थित खसरा नंबर 170 की करीब 0.405 हेक्टेयर इस जमीन की कीमत 100 करोड़ से ज्यादा आंकी जाती है। शनिवार को बारिश के इस मौसम में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा था। जबकि इस वक्फ संपत्ति पर बरसों से अदालत का स्टे मौजूद है। खजराना क्षेत्र के भू माफिया और वक्फ जायदाद को नुकसान पहुंचाने में लंबे समय से सक्रिय नासिर शाह, रहमान शाह, शाहिद शाह, नासिर खान उर्फ नस्सू के इस कुत्सित प्रयास की शिकायत थाना लसूडिया में दर्ज कराई गई थी। जिला वक्फ कमेटी के सचिव साजिद रॉयल आदि ने अपनी शिकायत में कहा है कि अदालत के स्थगन आदेश के बावजूद यह अवैध कब्जा किया जा रहा है। इसी मामले में एक शिकायत एमआईएम की प्रदेश कोर कमेटी सदस्य मोहम्मद असलम ने भी इसी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
जबकि नासिर शाह ने अपनी सफाई में इस जमीन के जरूरी दस्तावेज उपलब्ध होने की बात कही थी।

एक रुपए पर हो गई थी लीज
सूत्रों का कहना है कि मप्र वक्फ बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष मरहूम गुफरान ए आजम ने वक्फ दरगाह गैबशाह की इस एक एकड़ जमीन की लीज एडवांस एकेडमी को की थी। तत्कालीन बोर्ड सीइओ एसयू सैयद के हस्ताक्षर से हुई इस डील में एडवांस एकेडमी को महज एक रुपए किराए पर यह जमीन दी गई थी। बताया जाता है कि वर्ष 2015 के दौरान तत्कालीन बोर्ड ने इस लीज को खत्म कर दिया था। लेकिन बोर्ड के इस फैसले के खिलाफ एडवांस एकेडमी ने अदालत से स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया था। तभी से यह मामला अटका हुआ है। जिसके चलते न तो एडवांस एकेडमी इस जमीन पर कोई निर्माण कर सकती है और न ही बोर्ड इसकी लीज किसी अन्य को कर सकती है।

बोर्ड ने की यह गलती
वक्फ कानून के जानकार बताते हैं कि अदालत से मिले हुए स्टे की एक समय सीमा निर्धारित होती है। जिसके बाद बोर्ड अदालत में जाकर इस स्टे को वैकेट करा सकता था। लेकिन सूत्रों का कहना है कि बोर्ड द्वारा अधिकृत किए जाने वाले अधिकांश वकील बोर्ड को फायदा दिलाने की बजाए विरोधी पक्ष के साथ खड़े हो जाते हैं और उन्हें बोर्ड के खिलाफ फायदा दिला देते हैं। कमोबेश इन्हीं हालात के चलते एडवांस एकेडमी को मिले स्टे को वेकेट कराने की न तो कोशिश की गई और न ही इस बेशकीमती जमीन को दोबारा वक्फ बोर्ड के आधिपत्य में लाने के प्रयास ही किए गए। सूत्र यह भी कहते हैं कि अनाधिकृत तरीके से किए जा रहे इस काम को रोकने के लिए बोर्ड वक्फ अभिकरण(ट्रिब्यूनल) में जाकर स्थगन हासिल कर सकता है। जिससे अवैध रूप से किया जा रहा यह काम रुकवाया जा सकता है।

रसूखदारों की नजर, जिम्मेदारों की मदद
सूत्रों का कहना है कि करोड़ों रुपए की कीमत वाली पॉश इलाके की इस बेशकीमती जमीन पर प्रदेश और देश स्तर पर ख्याति रखने वाले कुछ रसूखदारों की नजर है। अपनी मंशा को पूरा करने के लिए उन्होंने भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े नासिर शाह को मोहरा बना रखा है। सूत्रों का कहना है कि एडवांस एकेडमी की इस जमीन पर किए जा रहे अवैध निर्माण में भी नासिर की बड़ी भूमिका है। सूत्रों का कहना है कि मप्र वक्फ बोर्ड ओहदेदारों से नजदीकी बताने वाले इस अल्पसंख्यक नेता पर पूर्व में भी वक्फ की कई जमीनें खुर्द बुर्द करने का आरोप है।

सनव्वर ने खोला भू माफियाओं के खिलाफ मोर्चा

मप्र वक्फ बोर्ड अध्यक्ष बनने के बाद डॉ सनव्वर पटेल ने वक्फ जमीनों पर कब्जा करने वाले माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। वक्फ की कृषि भूमियों की खुली नीलामी कर उन्होंने इस मामले में अहम कदम उठाया है। इंदौर, उज्जैन, भोपाल, बुरहानपुर समेत कई शहरों में फैले वक्फ माफियाओं के खिलाफ जंग लड़ने में वे जुटे हुए हैं। डॉ पटेल का कहना है कि वक्फ गुनहगारों के साथ कोई रियायत नहीं की जाएगी। भले वह किसी भी वर्ग, समुदाय, पार्टी या व्यक्ति से जुड़ा हो।