भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला है। दिग्विजय सिंह अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स (फेसबुक-ट्वीटर) पर आंकड़ों के साथ अपने कार्यकाल की शिवराज सरकार के कार्यकाल के साथ तुलना की है और कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों को बताया है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीटर पर एक के बाद एक ट्वीट कर उनके कार्यकाल में हुए कार्यों को गिनाया है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि मध्यप्रदेश में हमारी सरकार ने अपने विजन पर मिशन की तरह काम करके प्रदेश के नागरिकों को साक्षर बनाने के प्रयास में वर्ष 1993 से 2003 के बीच शिक्षा गारंटी योजना लागू की जिससे मध्यप्रदेश की साक्षरता दर में 19 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि हुई।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि हमारी सरकार ने राजीव गांधी शिक्षा मिशन, पढ़ना बढ़ना व शिक्षा गारंटी जैसी योजनाओं पर ईमानदारी से किए अपने प्रयासों से नए मानक स्थापित किए और पुरुष साक्षरता दर में 18 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की।
शिवराज सरकार के कार्यकाल की अपने कार्यकाल से तुलना
आगे दिग्विजय सिंह ने बताया कि 1993- 2003 कांग्रेस सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में काम करके जहां पूरे प्रदेश की साक्षरता दर बढ़ाने का काम किया तो वहीं महिलाओं की शिक्षा में मध्यप्रदेश की महिला साक्षरता दर में 21% का उछाल देखने को मिला।
दिग्विजय ने कहा कि हम अविभाजित मध्यप्रदेश की साक्षरता दर को एक दशक में सीमित संसाधनों के बावजूद 19% आगे ले गए परंतु क्या कारण है कि दो दशक की भाजपा सरकार में तमाम साधनों, संसाधनों व भारी बजट के बाद भी प्रदेश की साक्षरता दर में मामूली बढ़ोत्तरी हुई?
खास बात ये है कि दिग्विजय सिंह ने इन ट्वीट्स को नेशनल और एमपी कांग्रेस दोनों को टैग किया है। वही #Literacy #EducationMatters का भी प्रयोग किया है। वही फेसबुक पर भी एक के बाद एक पोस्ट कर अपनी बात कहीं है। चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह के इस मास्टर स्ट्रोक ने सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। सबसे अहम तो यह है कि दिग्विजय सिंह ने यह ट्वीट ऐसे समय पर किए है, जब भाजपा और उनके बड़े नेता “मिस्टर बंटाधार” शब्द को टारगेट कर दिग्विजय और कांग्रेस पर हमले बोल रही है। हाल ही में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने भी शिवराज सरकार के रिपाोर्ट कार्ड को पेश करते हुए अपने भाषण में मिस्टर बंटाधार का ना सिर्फ शब्द प्रयोग किया था, जबकी एमपी को बीमारू राज्य से विकसित राज्य बनाने में शिवराज सरकार के योगदान को भी बताया था।