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मध्य प्रदेश

466 सालों से जल रही बाबा की अखंड ज्योति

संत सिंगाजी महाराज की नवमी का पावन पर्व मंगलवार धूमधाम से मनाया जाएगा सिंगाजी बाबा का 467 वां समाधि दिवस


रोमी सलूजा

खंडवा। संपूर्ण निमाड़ के चमत्कारी संत सिंगाजी महाराज की समाधि स्थल पर सांवत सुदी नवमी में 467 वां समाधि दिवस बाबा की समाधि पर मंगलवार को बड़े धुमधाम से मनाया जाएगा इस समाधि दिवस के अवसर पर जिले सहित अन्य जिलों से भी भक्तों का आवागमन होता है वही बड़ी मात्रा में हरसूद ,खंडवा, होशंगाबाद हरदा ,बैतूल, छिंदवाड़ा सहित मध्य प्रदेश के तमाम जिलों से भक्तगण बाबा की समाधि पर शीश झुकाने पंहुचे है । सुरक्षा के हिसाब से पुलिस के व्यापक इंतजाम रहते हैं।

अखंड ज्योति के दर्शन से होती है मुराद पूरी
सिंगाजी बाबा के अनुयायियों ने बताया कि बाबा की समाधि पर 466 सालों के अधिक समय से जल रही है अखंड ज्योत के दर्शन करने से हर मुराद पूरी होती है वही बाबा की समाधि से बेल माला को चरण पादुका से छूकर अपने गले में धारण करने से कोई भी गहन बीमारी शरीर को नहीं छू सकती वहीं इसी प्रकार से पशुओ को भी गले में बेल माला धारण करने से कभी कोई बीमारी ग्रसित नहीं होती है यह चमत्कार बाबा का कहीं वर्षों से भक्तों की आस्था का केंद्र बताया गया है

2 किलोमीटर के ब्रिज मार्ग के नीचे है अथाह जलाशय=
बाबा की समाधि स्थल को चारों और से परकोटा बनाकर सुरक्षित रखा गया है जिसके चारों और अथाह जलाशय के बीच में समाधि स्थल मौजूद है सिंगाजी समाधि स्थल पर पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर के ब्रिज से होकर जाना होता है कहीं भक्तगण सिंगाजी बाबा की समाधि स्थल के समीप के जलाशय में आस्था की डुबकी भी लगते हैं पर कहीं ना कहीं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने पर कई बार घटनाओं का शिकार भी श्रद्धालु हो जाता है प्रशासन को बैकवॉटर किनारे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए जिससे बाबा की समाधि स्थल पर पंहुचने वाले श्रद्धालु सुरक्षा के साथ स्नान कर बाबा की समाधि स्थल के दर्शन कर सकें।

शाम 4:00 बजे होगी महा आरती

जानकारी से संत सिंगाजी बाबा ने शाम 4:00 बजे जल में समाधि ली थी इस उपरांत समाधि स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी तादाद में महा आरती की जाएगी वही 164 दीपों से बनी माला में दीप प्रचलित भी किए जाएंगे जो बड़े आकर्षण का केंद्र दिखाई देता है
पुजन=
(१) प्रातः सुबह बाबा की चरण पादुका का दुध पंचामत से अभिषेक कर आरती होंगी
(२) बाबा के श्रद्धालुओं के द्वारा दिन भर कीर्तन भी किए जाएगे
(३) दिन भर देशी घी से बने हलवा प्रसादी का वितरण भी समाधि स्थल पर सिंगाजी समाधि स्थल के महंत रतनलाल के द्वारा किया जाएगा।

(४) मंगलवार को सिंगाजी भक्तों के द्वारा गांव गांव स्वल्पाहार स्टाल लगाने की तैयारी भी हो रहीं है ।