विडंबना मांधाता विधानसभा पावर हब कहलाता, किसान संकट मे, शीघ्र सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग
रोमी सलुजा
खंडवा। मुंदी। देश का अन्नदाता कहलाने वाला किस फिलहाल आफत में है बारिश की लंबी खेच के बाद मानसून नहीं आने से फसले सूखने की कगार पर किसान परोपेश में है । कि आखिर कार अब आगे क्या होगा लगातार सोशल मीडिया में भी मुद्दे छाया हुआ है इस मामले को लेकर खंडवा जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए। मानसून नहीं आने पर यही हाल रहे तो किसान की फसल बर्बाद हो जाएगी और इसका सीधा असर किस के दैनिक दिनचर्या के जीवन यापन पर पड़ेगा। वह कैसे अपना भरण पोषण करेगा यह बड़ा सवाल है। वैसे भी कई दिनों से बारिश नहीं होने क ई किसानों के खेत की फैसल पानी के अभाव में सुख कर खराब हो चुकी है। वही दूसरी ओर पांवर हब कहलाने वाला खंडवा जिला जहां मांधाता विधानसभा क्षेत्र में सिंगाजी परियोजना से 2520 मेगावाट का बिजली उत्पादन व इंदिरा सागर बांध से 1000 मेगावाट ओंकारेश्वर से 620 वही चादेल से भी कुछ छोटी यूनिट का बिजली उत्पादन होता है । जिले से पूरे प्रदेश में उजाला हो रहा है। ऐसे मिलाकर 4100 मेगावाट से ऊपर बिजली उत्पादन खंडवा जिले के वह भी क्षेत्र के मांधाता विधानसभा से हो रहा है परंतु फिर भी विडंबना है कि इतने उत्पादन होने वाले गृह क्षेत्र में ही किसान बिजली से परेशान है। पहले तो ऊपर वाले ने कम बारिश करके क्षेत्र के किसानों की फैसले 50% से भी ज्यादा बर्बाद हो चुकी है। और ऊपर से अब बची फसले बिजली विभाग के फरमान के चलते खराब होने की कगार पर है दिन शनिवार को बिजली विभाग ने थ्री फेस की 10 घंटे मिलने वाली बिजली जो वह भी बराबर नहीं मिलती है को 7 घंटे लगातार रात्रि में देने का नया फरमान जारी कर दिया देश का अन्नदाता रात में जाकर अपने परिवार को पालने के लिए फसल और अपने परिवार का जिम्मा उठाने के लिए रात्रि जागरण भी करेगा । और प्रदेश में बैठीं किसान हितैषी शिवराज सरकार जो किसानों के लिए वादे करती है परंतु आज किसान किस कदर परेशान है और जैसे उसकी कोई सुनने वाला नहीं है । मांधाता विधानसभा के किसानों ने जिले को सूखाग्रस्त करने की मांग भी की है परंतु अभी तक प्रदेश की सरकार के कानों तक आवाज़ नहीं पंहुची और किसान हितोशी वाली सरकार ने अभी तक कोई आदेश जारी नहीं किया है । भारी भर काम बिल बिजली के आ रहे हैं पर समय पर बिजली आज भी नहीं मिल रही है। खंडवा सहित मांधाता विधानसभा सहित अन्य विधान सभा के लगभग ग्रामों में थ्री फेस बिजली के नए शेड्यूल ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि बिजली विभाग दलील है कि यह नया शेयडुल तीन दिवस का बताया जा रहा है । किसान सरकार से शीघ्र ही सूखाग्रस्त घोषित कर राहत दिलाने की मांग लगातार कर रहे हैं।
मांधाता विधायक ने मुख्यमंत्री ऊर्जा मंत्री को लिखा पत्र
मानसून की लंबी खेच के बाद किसान बर्बादी की कगार पर है और लगातार किसान बिजली की सप्लाई बढ़ाने और फसलों का उचित मुआवजा देने व तत्काल सूखाग्रस्त क्षेत्र को घोषित करने की मांग कर रहे हैं । अपनी मांगे को लेकर किसानों में भारी आक्रोश है कांग्रेस युवक कांग्रेस भी इस मुद्दे को लेकर लगातार ज्ञापन देकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है वह किसान संघ द्वारा भी जिला मुख्यालय व तहसील कार्यालय पर ज्ञापन देकर पुरजोर तरीके से मांग उठा रही है । इस संबंध में माधाता विधायक नारायण पटेल ने बताया कि बारिश नहीं होने से अपनी फसलों के लिए किसान भारी चिंतित है वहीं बिजली के शेड्यूल और कटौती कर परिवर्तन किया गए संबंध में तत्काल मुख्यमंत्री ऊर्जा मंत्री को मेरे द्वारा पत्र लिखकर निराकरण करने की मांग की है।