भोपाल। सियासत से ऊंची चीज है आपसी भाईचारा और सौहाद्र। अपने देश की संस्कृति और यहां का इतिहास गवाह है कि पूरी दुनिया में हिंदुस्तान की पहचान इसी अपनेपन की वजह से है। दुनिया का कोई मुल्क न तो इतने धर्म और मजहब को खुद में संजोए है, न ही आपस में इस तरह मिलजुलकर साथ रहने की कोई परंपरा ही कहीं जीवित है।
ऑल इंडिया कौमी तंजीम के प्रदेशाध्यक्ष मुनव्वर कौसर ने ये बात कही। वे आष्टा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बड़े समूह को संबोधित कर रहे थे। कौसर ने मौजूद जन समुदाय से आह्वान किया कि अपनी संस्कृति, अपनी सभ्यता, अपनी परंपराओं से कभी अलग न हों। कौमी तंजीम इसी सूत्र को लेकर देशभर में काम कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश में इसकी गतिविधियां आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी वे निभा रहे हैं। कौसर ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली से उठा ये सिलसिला जब प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचा, तो प्रदेश भर कौमी तंजीम की बेहतर बातों को लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि इसी कोशिश को आगे बढ़ाने के लिए वे प्रदेश के हर जिले और गांव गांव तक हाजिरी दे रहे हैं। उन्होंने आष्टा वासियों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने मुहब्बत के साथ उन्हें अपने शहर बुलाया और तवज्जो से उनकी बात को सुना। कौसर ने बताया कि प्रदेशभर में कौमी तंजीम को विस्तार दिया जा रहा है। सभी जिलों में पदाधिकारियों की नियुक्ति के बाद राजधानी भोपाल में एक बड़ा कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष बलबहादुर सिंह, भगत, एजाजुरहमान, भैया एमपी, वरिष्ठ नेता हाजी रशीद, पूर्व विधायक शेलेन्द्र पटेल, महेन्द्र सिंह ठाकुर आदि मौजूद थे।