मोहित सोनी
आष्टा। आज के युग में सोशल मीडिया ऐसा माध्यम बन चुका है जिससे आम व्यक्ति को विश्व स्तर की जानकारियां आसानी से मिल जाती है। कहने को तो सोशल मीडिया के कई तरह के उपयोग होते है लेकिन आष्टा क्षेत्र में इसका अनोखे अंदाज में ही प्रयोग किया जा रह है। आष्टा नगर पालिका परिषद का गठन हुए सालभर के ऊपर कुछ ही महीने हुए है लेकिन परिषद के पार्षद अपने वार्ड में कार्य ना होने से नाराज होकर सोशल मीडिया पर इसका विरोध कर अपनी नाराजगी दर्ज करा रहे है। वार्ड 17 के पार्षद प्रतिनिधि विशाल चौरसिया अपने फेसबुक अकाउंट से नगर पालिका के गिरवी रखने की बात कर रहे है। चौरसिया ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है की आष्टा के ही एक व्यक्ति के पास नगर पालिका गिरवी पटक दी है वही प्रधानमंत्री आवास योजना में बने मकानों को कॉलोनी में अटल बिहारी वाजपेई की जो मूर्ति लगी है उसमे भ्रष्टाचार होने की बात लिख रहे है। वही वार्ड 15 के पार्षद तेजसिंह राठौर ने भी इस तरह सोशल मीडिया पर अपना विरोध लिखा साथ ही कुछ समय पहले अपने वार्ड में मूलभूत सुविधाओं को लेकर नगर पालिका के सामने वार्डवासियों के साथ प्रदर्शन भी किया और नगर पालिका अध्यक्ष और मुख्य नगर पालिका अधिकारी पर भेदभाव के आरोप लगाए। साथ ही परिषद के गठन के समय तेजसिंह राठौर PIC सदस्य थे लेकिन उनके इस विरोध प्रदर्शन ने उन्हें यह से बहार का रास्ता दिखा दिया। वही वार्ड 12 के पार्षद प्रतिनिधि कालू भट्ट भी अपने सोशल मीडिया के फेसबुक अकाउंट से कई ऐसी पोस्ट कर चुके है जिसमे बता रहे है की जिन वार्डो से बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा हारी है वहा रोड बनाए जा रहे हैं और जहा से भाजपा जीती है वहा कोई कार्य नहीं करवाया जा रहा है क्योंकि ये हिंदू वार्ड है और पैसा दुल्हाभाई का लगा है। ऐसी कई पोस्ट में कई बार दुल्हाभाई और नगरपालिका गिरवी पटकने की बात आना कही न कही आम जनता के लिए चौक चौराहों की चर्चाओं का बाजार गर्म कर रही है। अब देखने वाली बात होगी की सोशल मीडिया पर चल रही चुटकियां अपना क्या रंग दिखाती है, क्योंकि जागरूक वासिंदे अब मध्य प्रदेश सरकार गठन और मंत्रालय वितरण के बाद शहर के दूल्हा भाई के हाथ बहुत लंबा होना बता रहे हे ।