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मध्य प्रदेश

कमलनाथ का आरोप, आदेश के बाद भी वापस नहीं हो रहे प्रकरण; सीएम शिवराज को लिखी चिट्ठी

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ ने सीएम शिवराज को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कोरोना काल में प्रदेश की जनता पर प्रोटोकॉल उल्लंघन के आपराधिक प्रकरणों के जल्दी निपटारे का अनुरोध किया है। कमल नाथ ने लिखा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस तरह के मामलों के प्रत्याहरण (Withdrawal) के निर्देश दिए हैं लेकिन मप्र में इसका पालन नहीं हो रहा है।
कमल नाथ ने पत्र में लिखा कि कोरोना काल में मप्र में 50 हजार लोगों पर कोविड गाइड लाइन उल्लंघन, प्रोटोकॉल उल्लंघन जैसे आपराधिक मामले दर्ज हुए जो अभी तक न्यायालयों में विचाराधीन हैं। सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान रिट याचिका में इस तरह के प्रकरणों को ख़त्म करने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को इस आशय की एडवाइजरी जारी की थी।

आदेश के बाद भी वापस नहीं हो रहे प्रकरण

इस एडवाइजरी के बाद मप्र गृह विभाग ने 15 जून 2023 को आदेश जारी कर सभी जिलों के जिला दंडाधिकारियों को न्यायालयों में दर्ज मामलों के निपटारे के निर्देश दिए थे लेकिन अभी तक इसपर कोई अमल नहीं हुआ, न्यायालयों में विचाराधीन प्रकरणों के चलते प्रदेश के नागरिकों को कोर्ट की तारीख पर बार बार जाना पड़ता है इतना ही नहीं पासपोर्ट बनवाने पुलिस वेरिफिकेशन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में ये प्रकरण बाधा बन रहे हैं।

सीएम शिवराज से अनुरोध, शासन स्तर से निर्देश प्रदान करें

इसलिए मेरा आपसे अनुरोध है कि प्रदेश की जनता को परेशान होने से बचाने के लिए कोरोना काल में दर्ज कोविड गाइड लाइन उल्लंघन, प्रोटोकॉल उल्लंघन जैसे आपराधिक मामलों को निपटाने के निर्देश शासन स्तर से जल्दी दें जिससे प्रदेश के 50 हजार परिवार राहत महसूस कर सकें।