मोहित सोनी
आष्टा। विद्यार्थियों में किशोरावस्था के दौरान होने वाले बदलाव तथा दरपेश समस्याओं से छुटकारा पाने व पर्सनल हाइजीन संबंधी जागरुक करने के उद्देश्य से स्थानीय देहली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, आष्टा में विशेष सेमिनार आयोजित हुआ । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रही आयुष्मान हॉस्पिटल आष्टा में कार्यरत एम.बी. बी. एस ,एम. एस, पी.जी.डी.यू.एस (स्त्रीरोग विशेषज्ञ) डॉ. रोहिणी भार्गव खान जिन्होंने किशोरावस्था व पर्सनल हाइजीन पर कक्षा-6 से 12 तक की छात्राओं को इन विषयों पर सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की | इस अवसर पर विद्यालय संचालक श्रीमती पायल अली के मार्गदर्शन में तथा प्राचार्या डॉ. संगीता सिन्हा के अध्यक्षता में आयोजित इस सेमिनार के दौरान विद्यार्थियों को जागरूक किया गया । किशोरावस्था अर्थात विद्यार्थी जीवन में जिस अवधी को जिंदगी की बुनियाद कहा जाता है, वही समय जीवन का सुनहरा समय होता है। इस अवस्था में एक विद्यार्थी में कई प्रकार के शारीरिक व मानसिक बदलाव आते हैं। किशोरावस्था में एक विद्यार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित करके उसे प्राप्त करने के लिए शुरू से प्रयत्नशील हो जाता है|
इस सेमिनार में उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए और पर्सनल हाइजीन के लिए क्या – क्या जरूरी होता है विषय पर छात्राओं से बात की | उन्होंने बताया की पर्सनल हाइजीन से जुड़ी आदतों को अपनाना अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पहला कदम होता है इसलिए यह हमारी एक बड़ी जिम्मेदारी है कि हम शुरुआत से ही अपने बच्चों को पर्सनल हाइजीन के बारे में समझाएं | बाल अवस्था से किशोर अवस्था तक आने में शरीर में हारमोन में तबदीलियां होने के साथ ही बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ शरीर में भी बदलाव आता है। इस दौरान बच्चों को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह जीवन की एक कुदरती प्रक्रिया है और इससे घबराने की कोई बात नहीं होती। इस दौरान लड़कियों में माहावारी शुरू होने के साथ आती समस्याओं से बचाव और संभाल के लिए लड़कियों का शिक्षित होना बहुत जरूरी है। इस दौरान स्वास्थ के प्रति विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यदि कोई दिक्कत आए तो नजदीकी महिला चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। कार्यक्रम का समापन प्रश्नावली दौर के साथ किया गया | इस सेमिनार में विद्यालय संचालक श्रीमती पायल अली, प्राचार्या डॉ. संगीता सिन्हा विशेष रुप से उपस्थित रहीं।