खंडवा। सिंगाजी परियोजना के ठेकेदारो ने कहा छोटे टेंडर को करोड़ों का कर बाहर करने की साजिश अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री के नाम परियोजना के मुख्य अभियंता को सोपा ज्ञापन
मांगे पूरी नहीं होने पर करेंगे आंदोलन
रोमी सलुजा
खंडवा। संत सिंगाजी पावर परियोजना में स्थानीय ठेकेदारों द्वारा अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री ऊर्जा मंत्री ऊर्जा सचिव एमडी जबलपुर के नाम सिंगाजी परियोजना के मुख्य अभियंता आर पी पांडे को लिखित ज्ञापन सौंपा। जिसमें स्थानीय ठेकेदारों की बनी समिति के सदस्यों ने बताया कि स्थानीय लोगों को परियोजना समस्त कार्य में 30% का आरक्षण दिया जाए। वही कुछ समय से भारी ठेकेदार लगातार या अधिकारियों की मिली भगत सेटिंग से बढ़ावा मिल रहा है।और कुछ निंविदा टेंडर में अधिकारी द्वारा रेट खुलने के बाद स्नो बिल्डिंग फिर से रेट बुलाकर अपने चाहते भारी ठेकेदारों को टेंडर दिलाया गए उसकी जांच कर दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। अन्नपूर्णा कंपनी सारणी द्वारा जो रंग पुताई बाउंड्री वॉल व शिवरिया कॉलोनी में की जा रही है घटिया और निम्न स्तर की जांच पड़ताल की जाए व शिवरिया आवासीय कॉलोनी में निवास दिया गया है उसकी जांच की जाए। ऐसे नियम विपरीत कार्यों पर रोक लगाई जाए । वही चार पहिया वाहनों का मासिक किराया बहुत कम है इसमें बढ़ाया किया जाए और एक गाड़ी का अतिकतम अनुबंध कम से कम अंतरिम पांच वर्ष किया जाए। परियोजना फेस एक व फेस दो में ही एच पी का काम कर रही कंपनी में स्थानीय ठेकेदारों को कम दिलाया जाए। पांच लाख रुपए से ऊपर के सिविल एग्रीमेंट के लिए जबलपुर जाना पड़ता आना जाना दो दिन और व्यर्थ खर्च समय की बर्बादी होती है। 50 लाख रुपए तक के अनुबंध सिंगाजी परियोजना में किए जाए । जिस प्रकार 100 से 150 करोड़ तक के राखड़ ऑर्डर के अनुबंध एग्रीमेंट यही सिंगाजी परियोजना में ही हो रहे हैं। तो फिर हम ठेकेदारों को जबलपुर एग्रीमेंट के लिए क्यों भेजा जाता है। अब आगे से हम सब ठेकेदार जबलपुर नहीं जाएंगे। और हमारी मांग है कि संत सिंगाजी परियोजना में ही सिविल कार्यों के एग्रीमेंट किए जाएं। इस दौरान रोमी सलूजा ,शैलेंद्र गौड़, प्रदीप चौहान, महेश परिहार, चंदन चौहान , ताराचंद सेन , बलिराम सुरेंद्र सावनेर , रामनाथ रोहित, महेंद्र सहित बड़ी संख्या में स्थानीय ठेकेदार मौजूद थे। इस संबंध में परियोजना के मुख्य अभियंता आर पी पांडे ने बताया कि ठेकेदारो की मांगों का ज्ञापन भोपाल कंपनी मुख्यालय जबलपुर सहित आगे भेजा जाएगा जो भी मांगे हैं जांच पड़ताल कर पूरा करने की कोशिश करेंगे।
छोटे-छोटे ठेके को एक बनाकर स्थानीय लोगों को बाहर करने की साज़िश
ठेकेदारों की संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि छोटे-छोटे कार्य जो कि स्थानीय लोगों को मिलते थे । उन्हें एक कर करोड़ों का टेडर बना कर बाहरी लोगों को देने का देने का अधिकारीयों द्वारा साजिश की जा रही है । और ऐसा कुछ टेंडर बड़े करके करोड़ों में कर ऐसा किया भी गया है। जिसमें की अभिषेक इंटरप्राइजेज , मिल को कंपनी , यूनाइटेड जे टेक सी नू कंपनियां सहित अन्य शामिल है। न्याय संगत ना होकर सरासर ग़लत है। जबकि यह कार्य लाखों में थे जिन्हें एक (क्लब करके) करोड़ों में कर दिया गया जिससे स्थाई लोगों के पास पी कयु आर बड़ा नहीं होने पर वह बाहर हो गए इन बड़े कामों कोपहले की तरह लाखों में करने से क ई ठेकेदारों को रोजगार मिल सकता है। पर ऐसा करने की क्या जरूरत थी यह समझ के परे है। जाते सभी ठेकेदारों ने आक्रोश जताया इस समस्या से भी लिखित ज्ञापन देकर मुख्य अभियंता को अवगत कराया गया।