भोपाल। दुनिया में अपनी शेर-ओ-शायरी के जरिये पहचाने जाने वाले मिर्जा गालिब के लिए बहुत कुछ ऐसा भी है, जिसे जाना जाना अभी बाकी है। उनकी शायरी से लेकर निजी जीवन तक के ऐसे कई किस्से हैं, जो अनछपी और अनजानी किताबों के पन्नों पर बिखरी पड़ी हैं। इन्हीं बातों को मंजर-ए-आम पर लाने की एक कोशिश के साथ राजधानी भोपाल में दो दिनी आयोजन किया जा रहा है। वार्ता, मुशायरा और बैंतबाजी के साथ कई रंग इस कार्यक्रम के दौरान बिखरने वाले हैं।
मिर्जा गालिब गजल शिक्षण संस्थान गालिब की 226वीं यौम-ए-विलादत के मौके पर यह खास आयोजन करने वाला है। राजधानी के रविन्द्र भवन गौरांजनी ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाला यह आयोजन 27 और 28 दिसंबर को अपने कई रंग बिखेरेगा। संस्था के अध्यक्ष एवं निदेशक राज नवादवी ने बताया कि कार्यक्रम की कड़ियों में बैंतबाजी, गजल गायन, गालिब को समर्पित पपेट शो, गजल नाट्यम आदि को समेटा गया है। इसके साथ ही गजलों और शेरों की मेहफिल को दो हिस्सों में सजाने की तैयारी की गई है। जिसमें जश्न-ए-कमाल-ए-हिंद में जूनियर और सीनियर शायर अपने कलाम पेश करेंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा नेता सुखमिंदर पाल सिंह रहेंगे। जबकि गेस्ट ऑफ ऑनर की भूमिका में पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा मौजूद रहेंगे। इस मौके पर भारती विश्वनाथन विशेष अतिथि रहेंगी। नवादवी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र 27 दिसंबर को शाम 4.30 बजे शुरू होगा। रात करीब 8.30 बजे तक जारी रहने वाली कार्यक्रम श्रृंखला में विभिन्न आयोजन होंगे। इसी तरह अगले दिन 28 दिसंबर को भी कार्यक्रम शाम 4.30 बजे शुरू होकर रात करीब 10 बजे इसका समापन होगा।