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मध्य प्रदेश

उमाश्री फिर चर्चा में: जनआशीर्वाद और प्रत्याशी सूची से साध्वी ने दिखाई अपनी मौजूदगी


भोपाल। कभी अपनी ही सरकार की नीतियोंके खिलाफ शराब दुकान पर पत्थर फेंकती नजर आती हैं तो कभी अपनी पार्टी नेताओं के खिलाफ वे बयानबाजी करती दिखाई देती हैं। बार-बार मना लिए जाने से सामान्य होने के बाद पूर्व सीएम साध्वी उमाश्री भारती ने एक फिर अपनी मौजूदगी दिखाने की कोशिश की है। दो दिन में एक के एक बयान से वे चर्चा में भी हैं और उनके कडुवेपन से पार्टी में हलचल भी नजर आने लगी है। ऐन चुनाव के समय उमा भारती का यह रुख भाजपा की चुनावी तैयारियों में खलल डालने वाला माना जा रहा है।

पूर्व सीएम उमा भारती का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को लिखा एक पत्र वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने 19 प्रत्याशियों के लिए टिकट देने की मांग की है। अब इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ। इस सूची के वायरल होने के बाद उमा भारती की तरफ से देर रात गोल मोल जवाब सोशल मीडिया पर जारी किया गया। इसमें उन्होंने कहा कि मैंने निश्चित रूप से केंद्र एवं राज्य के नेताओं से मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा उम्मीदवारों पर विचार विमर्श किया है। इसलिए मुझे कोई सूची लिखकर देने की जरूरत कहां हैए हां मेरी चर्चा मे यह नाम भी शामिल रहे है। भाजपा का हर उम्मीदवार मेरा है। वायरल पत्र में उमा भारती की तरफ से लिखा गया कि कुछ और नाम मैं अगली सूची में भेजूंगी।
जनआर्शीवाद की बेरुखी पर हुई तल्ख बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का दर्द छलक उठा। उन्होंने कहा कि आज बीजेपी की यात्राएं निकल रही। इनमें मुझे कहीं नहीं बुलाया। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैंने यहां सरकार बनाकर दी। मैंने 2020 में भीए जब अक्टूबर के महीने में कोरोना हो गया था मुझेए तब 11 दिन नहीं निकल पाए थे। भाजपा मिन्नतें कर रही थी कि आप आ जाइए। जब 28 सीटों पर चुनाव हुआ था तो 22 सीटों पर चुनाव जीते और मैंने कसकर प्रचार किया और जब आशीर्वाद यात्रा निकलीए मुझे फिर नहीं बुलायाए क्योंकि उनको लगता है कि अब तो हम सरकार बना लेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने मेरे मन में ये सवाल जरूर आता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आपकी सरकार बनाई तो मैंने भी तो एक पूरी सरकार बनाकर दे दी थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया मुझे बहुत प्रिय हैं। मेरे भतीजे हैं। प्राणों से प्रिय हैं। उमा भारती ने कहा वो घबराते है कि मैं पहुंच जाउंगी तो सारा ध्यान मेरी तरफ चला जाएगा। मुझे नहीं जाना था। कम से कम निमंत्रण देने की औपचारिकता पूरी करनी चाहिए थी।